अपनी ही चाल में फंसे ट्रैवल व्यवसाई

हरिद्वार। ट्रैवल व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों ने यात्रा सीजन में सरकार द्वारा बाहर से आने वाली गाड़ियों पर बैन लगाने के बाद टेंपो ट्रैवल यूनियन एसोसिएशन के कार्यालय का घेराव कर बाहरी गाड़ियों की रोक लगाने का विरोध किया। उनका कहना है कि चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है और धर्मनगरी में बाहर से आने वाले यात्रियों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। उस हिसाब से यहां पर यात्रियों के लिए जाने के लिए वाहन ही नहीं है जिसके चलते हर बार बाहर से आने वाले वाहनों का यात्रियों को ले जाने में प्रयोग किया जाता था लेकिन इस बार भारी वाहनों पर रोक लगाए जाने से उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर वाहन है नहीं बाहर से आ नहीं सकते और वह अपने यात्रियों को सुविधाएं कहां से देंगे अपनी मांग को लेकर व सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी से भी मिले। इस बाबत जब एआरटीओ सुरेंद्र कुमार से बात की गई तो उनका कहना है कि पिछले साल इन्ही ट्रैवल व्यवसायियों ने बाहरी वाहनों पर रोक लगाने की मांग की थी। अपनी इस मांग को लेकर उन्होंने जो भी वहां जाते थे उन्हें रोककर यात्रियों को उनके उतार कर प्रदर्शन किए उन वाहनों को चार धाम यात्रा में नहीं चलने दिया। अब जब सरकार ने बाहर से आने वाले वाहनों पर रोक लगा दी है तो अब यह उल्टा उसी का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर उत्तराखंड में वाहनों की कोई कमी नहीं है यदि इनको यात्री के लिए वाहन चाहिए तो ऋषिकेश से चार धाम यात्रा रोटेशन से जितने भी ने वाहन चाहिए मंगा सकते हैं। उन्होंने बताया कि बाहर से जो वाहन अपने यात्री लेकर आएंगे और यात्रियों के पास उनकी लिस्ट होगी उन्हीं को ऊपर जाने की परमिशन दी जाएगी। एआरटीओ से मिलने वाले ट्रैवल व्यवसायियों मे पवन गुप्ता, विवेक वालिया, विकास वालिया, राधेश गुप्ता, राहुल बेरी, राहुल, शक्ति, पवन कुमार, संजय शर्मा, उमेश पालीवाल आदि उपस्थित रहे।