असफलता को बनाए अपनी ताकत
असफलता को बनाए अपनी ताकत
जीवन में हर कोई चाहता है कि वह सफल बने। सफलता के लिए हर व्यक्ति तत्पर रहता है। लेकिन सच्चाई यह है कि सफलता हमारे हाथों में नहीं बल्कि उसके लिए निरंतर प्रयास करना पड़ता है। वह ध्यान रखना होता है ।सफलता आपके प्रयत्न धैर्य निर्णय पर आधारित होती हैं ।लेकिन अधिकतर हम अपने विचारों को निराशापूर्ण कर लेते हैं। ऐसी स्थिति में निराशा हम पर हावी होने लगती हैं। इसका नकारात्मक प्रभाव हमारे कोमल मन मस्तिष्क पर बुरा बुरा असर करता है। इस अवस्था में असहज होने की बजायअसफलता को धैर्य व सहजता से स्वीकार करें। तो यही असफलता जीवन में आपके लिए ताकत बनकर सफलता के रूप में बदल जाएगी। इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना चाहिए।
सफलता और असफलता को समझें ।सफलता हर किसी को अच्छी लगती हैं और असफलता को कोई अपने पास भी भटकने नहीं देना चाहता ।जबकि लोग भूल जाते हैं कि असफलता सफलता की पहली सीढ़ी होती है। इसकी वास्तविकता को अच्छे से समझे।
असफलता की चुनौती को स्वीकार करें कहीं ना कहीं कोई कमी अवश्य रह गई हैं। बस उस कमी को पहचाने और उसमें तत्काल सुधार करने की कोशिश करें।
असफलता से सीखें। असफलता से आप निराश होने के विपरीत इससे प्रेणना प्राप्त करें। जिससे आपको दोबारा असफलता का मुंह ना देखना पड़े। इसके लिए अपनी गलतियों को पुनः दोहराने का प्रयास ना करें।
अपने आत्मसम्मान पर ध्यान दें। दूसरों को सम्मान देना चाहिए परंतु अपनी इज्जत किए बिना आप सफलता का स्वाद नहीं पाएंगे। इसके लिए अपने आत्मसम्मान का ध्यान रखें ।
विफलताओं के कारण जानकर अच्छी योजनाएं बनाएं। जानकार लोगों से सलाह लेकर अपने कार्यों को अंजाम दें।
सकारात्मक रुख अपनाए। अपने अंदर अच्छी सोच व अच्छी आदत को बढ़ाने पर कार्य करते रहें। अपनी रुचियों को भी अनदेखा ना करें ऐसा करने से काफी हद तक आप अवसाद से बच सकते हैं।