आर ओ का पानी पीने से होते हैं शरीर के तत्व खत्म जाने किसने कही ये बात

डॉ. पंकज कौशिक
हरिद्वार।
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के जन्तु एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग के सभागार में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो. एमआर वर्मा ने कहा कि सभ्यता और संस्कृति का जन्म नदियों से हुआ है। नदियों को पल्लवित करने का काम धर्म ने किया है। धर्म से हमारी संस्कृति और सभ्यता को संरक्षित किया गया है। वर्तमान में धर्म के नाम पर कुरीतियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। कुरीतियां बढ़ने से पर्यावरण प्रदुषण की समस्या पैदा हो रही है। उन्होंने कहा कि धर्म हमें देवताओं की पूजा करना सिखाता है। इसी तरह से वायु देवता, चन्द्र देवता, सूर्य देवता इत्यादि देवी देवताओं का वर्णन हमारे ग्रंथों में देखने को मिलता है। 
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. दिनेश चन्द्र भट्ट ने कहा कि पर्यावरण को शुद्ध रखने से पूर्व प्रकृति के घटकों का ध्यान रखना अत्यन्त आवश्यक है। हम सभी अरण्य संस्कृति के पोषक है। हमारा जन्म प्रकृति के आंचल में हुआ, जिससे हमने प्रकृति के द्वारा संस्कृति और संस्कारों को अपने अन्दर पल्लवित करके समाज और समुदाय का उत्थान किया। वर्तमान में हमारे देश में सबसे बड़ी समस्या जनसंख्या वृद्धि है, जो देश के लिए भयावह बनी हुई है। 
जन्तु एवं पर्यावरण विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. पीसी जोशी ने कहा कि पोलिथिन का अधिक उपयोग होने से हमारे वायुमण्डल में ओजोन की परत पतली होती जा रही है। ओजोन की परत कमजोर होने से पर्यावरण पर सीधा असर पड़ रहा है। उसका एक मुख्य कारण यह है कि आज तापमान तेजी से ऊपर की ओर बढ़ता जा रहा है। 
विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. पीपी पाठक ने कहा कि हरिद्वार का जल पूरी तरह शुद्ध है। और आरओ से जल की बरबादी होती है और 6 साल तक आरओ का पानी पीने के बाद शरीर से सूक्ष्म पोषक तत्व पूरी तरह खत्म हो जाते हैं। संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. ब्रह्मदेव ने कहा कि हिन्दू समाज धार्मिक प्रदूषण कर रहा है। धार्मिक प्रदूषण से गंगा से लेकर सामाजिक सरोकार तक धर्म के नाम पर प्रदूषण को बढ़ावा दिया जा रहा है। बी.फार्मा विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर कपिल गोयल ने कहा कि कर्नाटक की सालूमरदा थिमक्का ने 8हजार बरगद के पेड़ लगाए थे, और उनका लालन-पालन बच्चों की तरह से किया। इसी वर्ष 2019 में पर्यावरणविद् के क्षेत्र में थिमक्का को 2019 में प्रधानमंत्री ने पदमश्री पुरस्कार से नवाजा है। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय भी सड़क के दोनों और वट वृक्ष सिंहद्वार तक लगाएगा। पर्यावरण दिवस के अवसर पर कम्प्यूटर विज्ञान विभाग के प्रांगण में प्रो. विवेक कुमार गुप्ता के निर्देशन में कुलपति प्रो. एमआर वर्मा, कुलसचिव प्रो. दिनेशचन्द्र भट्ट, पीसी जोशी, महेन्द्र सिंह असवाल, विनोद कुमार, राकेश भूटियानी, कृष्ण कुमार, मनीष कुमार, मांगेराम ने 101 अशोक के पौधो का रोपण किया।
इस अवसर पर प्रो. नमिता जोशी, प्रो. एलपी पुरोहित, डा विपिन शर्मा, अमर सिंह, विशाल काम्बोज, आशीष कुमार आर्य, लाल सिंह, विशाल रस्तोगी, प्रदीप कुमार मौर्य, अंजली नायक, प्राची राठी, खुशीराम, अमित शर्मा, विवेक सिंघल, शिवालिका शर्मा, मनीषा, अविनाश कुमार, आयुष राजपूत, नीरज पाण्डेय, जोगेन्द्र इत्यादि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. पीसी जोशी ने किया।