ई-पटाखों का तोहफा
बीती दिवाली दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध से प्रदूषण कम भले ही हुआ हो, लेकिन प्रतिबंध का व्यापक विरोध भी देखने को मिला। कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रतिबंध इस साल भी जारी रह सकता है। ऐसे में पटाखा प्रेमियों के लिए ई-पटाखा मुहैया कराने को लेकर केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। सस्ते ई-क्रैकर्स बनाने को लेकर शोध पर काम शुरू कर दिया गया है। ऊर्जा एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय इस मिशन से जुड़ा है और प्रधानमंत्री कार्यालय इस कार्ययोजना को निर्देशित कर रहा है।
वैज्ञानिकों की मानें तो ई-पटाखे आवाज और रोशनी के मामले में मौजूदा पटाखों के जैसे ही होंगे, लेकिन इनसे धुआं नहीं निकलेगा। शोर भी मानकों के अनुरुप होगा। सीएसआइआर (काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च) लैबोरेट्री ने भी ई-पटाखे बनाने पर काम शुरु कर दिया है
अभी बाजार में एक-दो कंपनियों के ही ई-पटाखे उपलब्ध हैं। काफी महंगे होने की वजह से यह आम जनता से दूर हैं। यह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की तरह होते हैं, जो पटाखों जैसी आवाज के साथ वैसी ही रोशनी भी करते हैं। इलेक्ट्रॉनिक होने के कारण इनमें धुआं नहीं होता। ई-पटाखे चार्जेबल बैटरी से काम करेंगे और रिमोट से इन्हें चलाया जा सकेगा।