एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को मिली सफलता एक बच्चे को उसके परिवारजनों से मिलाया अभी दो बच्चे बाकी है
हरिद्वार।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने बाल गृह रोशनाबाद में दाखिल बालक को उसके परिजनों के सुपुर्द किया रेलवे चाइल्ड लाइन को एक बच्चा कर्ण पुत्र रामाश्रय काल्पनिक नाम निवासी बिहार को लावारिस घूमता मिलने पर बाल गृह में दाखिल किया था अभी दो अन्य बच्चों के परिजनों की भी तलाश एंड ह्यूमन यूनिट को है रेलवे चाइल्ड लाइन के हरिद्वार रेलवे स्टेशन परिसर में पिछले महीने एक बालक जिसकी उम्र 9 वर्ष है लावारिस हालत में मिला जिसे उन्होंने बाल गृह भेज दिया था बाल गृह में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट टीम द्वारा बच्चे की काउंसलिंग की तो बालक ने बताया कि उसके माता-पिता का देहांत हो चुका है बताएं कि उसका बड़ा भाई जो ड्राइवरी करता है वही उसका ध्यान रखता है जानकारी लेने पर उसने बताया वह मोहनपुर समस्तीपुर बिहार के रहने वाले हैं लेकिन बिहार में उनका अब कोई नहीं रहता है बालक ने बताया कि उसके चाचा भी ड्राइवरी करते हैं जिसका उसने वाहन नंबर भी यूनिट को बताया परंतु नंबर के आधार पर उसके परिजनों का पता लगाने का प्रयास किया लेकिन वह नंबर गलत होने के कारण कुछ पता नहीं लग पाया जिसके बाद बालक की पुनः काउंसलिंग की गई और बालक ने अपनी चाची का मोबाइल नंबर बताया जिस पर संपर्क कर परिजनों को बालक के हरिद्वार में होने की सूचना दी गई गुरुवार को बालक के भाई पिंटू ने हरिद्वार पहुंचकर अपने भाई को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के माध्यम से अपने सुपुर्दगी में लिया पिंटू ने बताया कि उसने अपने भाई की तलाशी जिले की लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया आज वह अपने भाई को पाकर बहुत खुश है उसने उत्तराखंड पुलिस का दिल से धन्यवाद दिया एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के निरीक्षक देवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि बालक 10 जुलाई 2019 को रेलवे स्टेशन पर मिला था बताया कि वह रेल के डिब्बों में झाड़ू लगाते लगाते और एक गाड़ी से दूसरी गाड़ी में घूमते हुए किसी तरह हरिद्वार पहुंच गया था उन्होंने बताया कि छोटी उम्र के बच्चों को उनके परिजनों तक पहुंचाना उसके ढेर में सुई ढूंढने जैसा है बताया कि एंटी विमेन कर्मियों ने इस मामले में बड़ी मेहनत की है साथ ही एक कर्मचारी का इस दौरान ट्रांसफर भी हो गया है उन्होंने बताया कि अभी एक बच्चा बेंगलुरु का है जिसकी भाषा भी समझ में नहीं आ रही है बावजूद उसके उसकी काउंसलिंग कराई गई है और जल्दी उसके परिजनों के आने की उम्मीद है टीम में उप निरीक्षक देवेंद्र सिंह रावत राकेश कुमार शामिल रहे