कही बुग्गावाला या भोगपुर न बन जाये हराभरा लालढांग क्षेत्र
दीपक नेगी
हरिद्वार।
ग्राम सभा लालढांग क्षेत्र में स्टोन क्रेशर लगाने की होड़ सी लगी हुई है। अब वह दिन दूर नहीं जब हरिद्वार जिले का सबसे सुंदर प्रदूषण मुक्त क्षेत्र जल्द ही बुग्गावाला या भोगपुर बनने वाला है। खनन माफिया नाम का ग्रहण क्षेत्र को लग चुका है जल्दी यहां पर हरे भरे खेत उजाड़ और धूल भरे होने वाले हैं। इस बाबत जब एसडीएम हरिद्वार से बात की तो उन्होंने मौके पर हल्का पटवारि को भेजकर मुआयना करने की बात कह दी।
शांतिप्रिय लालढांग क्षेत्र को खनन माफिया नाम का ग्रहण लग चुका है। सरकार द्वारा विकास के नाम पर क्षेत्र को स्टोन क्रेशर दिए गए हैं। अब इस ग्राम सभा में करीब आधा दर्जन स्टोन क्रेशर के लगने की तैयारी में है। जिससे यहां के लोगों को भविष्य की चिंता सताने लगी है, हर दुकान हर जगह पर लोगों की जुबान पर क्षेत्र में क्रेशर लगने की ही बातें हैं । इतना ही नहीं क्रेशर मालिकों ने अपने रंग दिखाने भी शुरू कर दिए हैं, स्टोन क्रेशर के मालिक सभी नियम कानूनों को ताक पर रखकर अपनी मनमानी करने लगे हैं कटेबढ स्थित एक स्टोन क्रेशर के मालिक ने कुछ दिन पहले किसान से जमीन लीज पर लेकर यहां अपना स्टोन क्रेशर स्थापित किया है। परंतु खनन बंद होने के चलते कहीं से पत्थर नहीं मिल रहा है, तो अपने फायदे के लिए क्रेशर मालिक आसपास के किसानों की जमीने खोद कर बोल्डर निकालने में लगे हैं, जिसके चलते कई कई फुट गहरे गड्ढे खोदे जा चुके हैं। इस बारे में किसी को कोई खबर ना लगे इसलिए हाथों-हाथ इन गड्ढों को भरने का कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए क्रेशर का एक लोडर दिन भर इसी काम में लगा रहता है। जमीन के अंदर से निकाले गए पत्थर और बोल्डर को बाद में इन्हीं में पीसकर बजरी फोक ओर रेत के रूप में बेचा जा रहा है। कहने को तो इलाके में आधा दर्जन के आसपास स्टोन क्रेशर लग रहे हैं किंतु वर्तमान में कटेबढ स्थित स्टोन क्रशर संचालित हो रहा है। जिसका पूरा फायदा इस क्रेशर के मालिक उठाने में लगे हैं जिस तरह क्रेशर स्वामियों द्वारा बड़े-बड़े गड्ढे खोदकर भविष्य के लिए जमीन को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उसमें कोई दो राय नहीं कि निकट भविष्य में अन्य क्रेशर संचालक भी किसानों से जमीन खोदना शुरू कर देंगे। कहने को तो वर्तमान में इस क्रेशर में कोटद्वार की ओर से माल आ रहा है किंतु उस माल से इतनी पूर्ति असंभव है जिस कारण लोग मानकों को ताक पर रख कर अपना लाभ कमाने के लिए अपने आप खनन करने में लगे हैं। किसानों की जमीन खोदकर उसमें से निकलने वाले बोल्डर को पीसकर रेत बजरी में तब्दील कर उसको बाजार में बेचा जा रहा है। वह दिन दूर नहीं जब हरा भरा प्रदूक्षण मुक्त क्षेत्र जल्द ही उजाड़ और धूल भरा होने वाला हैं।
इस संबंध में एसडीएम जानकारी लेने के लिए बात की गई तो उन्होंने क्षेत्र में स्टोनक्रेशर होने की जानकारी से अनभिज्ञता जताई जब उन्हें बताया गया, तो उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी के लिए हल्का लेखपाल को मौके पर भेजा जाएगा।