लोकसभा चुनावों से स्थानीय मुद्दे गायब, किन मुद्दों को नही भुना पाए प्रत्याशी
विकास तिवारी
हरिद्वार। लोकसभा चुनावों से स्थानीय मुद्दे पूरी तरह लापता हो गए है। राजनीतिक दलों के प्रत्याशी स्थानीय जनता को सर्जरिकल स्ट्राइक, हिन्दू मुस्लिम, कश्मीर, देश भक्ति, 72 हजार, दलितों का सम्मान, मुस्लिमो की समानता आदि आदि ही पढ़ाने में लगे है। जबकि हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के अनेको मुद्दों के साथ ही स्वयं हरिद्वार शहर कभी कई बड़े मुद्दे हरिद्वार लोकसभा का देश की संसद में नेतृत्व करने वाले उम्मीदवारों की सूची से लापता है। जिनमे मुख्यरूप से मध्य हरिद्वार चंद्राचार्य चौक पर जल भराव, उत्तरी हरिद्वार में सालो से चली आ रही अस्पताल की मांग, लालढांग क्षेत्र में महाविधालय की मांग, रुड़की क्षेत्र के 43 गांवों के ग्रामीण रेलवे से मुवावजे को लेकर लोकसभा चुनावों का बहिष्कार किये बैठे है, लक्सर के खादर क्षेत्र में बरसात के दिनों में बाढ़ की रोकथाम के स्थायी निराकरण ओर सबसे बड़ी समस्या राष्ट्रीय राजमार्ग 58 जो पिछले 12 वर्षों से आज भी अधूरा ही पड़ा है। पर कोई भी प्रत्याशी कुछ भी बोलने को तैयार नही है। वही केवल कुछ राजनीति दलों के समर्थकों के अलावा जनता भी पूरी तरह साइलेंट मोड पर है। हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र की जनता की चुप्पी ने लोकसभा के उम्मीदवारों के माथे पर शिकन डाल दी है।