छात्रवृत्ति घोटाले में फरार आरोपी ने कुर्की से पहले किस कोर्ट में किया सरेंडर

हरिद्वार । समाज कल्याण विभाग से अनुसूचित  व अनुसूचित जनजाति के छात्रों की फर्जी दाखिले दर्शाकर छात्रवृत्ति के नाम करोड़ो रुपए का घोटाला करने में शामिल फरार आरोपित ने कोर्ट में सरेडर कर दिया। एसआईटी आईपीएस कालेज बेडपुर रुड़की में एक आरोपित को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि दूसरा आरोपित फरार चल रहा था। फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी ने कोर्ट से बियासी की कार्रवाही करते हुए कुर्की के लिए नोटिस चस्पा किया था। कुर्की होने से पहले ही फरार आरोपित ने सोमवार को रोशनाबाद कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।
गौरतलब है कि छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने आईपीएस कालेज बेडपुर रुड़की में प्रबंधक अंकुर शर्मा पुत्र दीनदयाल शर्मा निवासी ईदगाह प्रकाश नगर कैंट देरादून को 12 फरवरी को गिरफ्तार कर जल भेज दिया था। घोटाले में शामिल विवेक शर्मा पुत्र दीनदयाल शर्मा तभी से फरार चल रहा था। एसआईटी ने काफी तलाश की पर सफलता नही मिली। कोर्ट से कुर्की की अनुमति मिलने पर फरार आरोपी देरादून निवासी के घर पर कुर्की. र्कावाई का नोटिस चस्पा कर दिया था। नोटिस चस्पा होने के बाद एसआईटी की गिरफ्तारी से बचते हुए विवेक शर्मा ने रोशनाबाद कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।
मालूम है कि स्ववित्त पोषित शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा अनुसूचित जाति व जनजाति छात्रों के लिए संस्थाओं द्वारा फर्जी प्रवेश दर्शाकर फीस प्रतिपूर्ति के रुप में समाज कल्याण विभाग से करोडो रुपए गबन किए जाने से संबंधित प्रकरण की जांच में आने के बाद एसआईटी टीम का गठन कर जांच की जा री है।
1 दिसम्बर  2 को सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जांच में आईपीएस कालेज बेडपुर रु़की में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के 22 छात्रों का एडमिशन दर्शाकर समाज कल्याण विभाग से 6करोड़ 28 लाख 94 हजार सात सौ 50 रुपए का अनुदान लिया था। कालेज में जिन छात्र व छात्राओं को दर्शाया गया था वह फर्जी था। वर्ष 2015 व 2016 में घोटाला किया गया था। विवेचना के दौरान पाया गया कि जिन छात्रों को कालेज में दर्शाया गया है  उनका घर का पता नही मिला था। आन लाइन भेजी गयी धनराशि एक ही बैंक खाते में डाली गयी थी। घोटांले में प्रमुख कालेज के डायरेक्टर अंकुर शर्मा पुत्र दीनदयाल शर्मा को गिरफ्तार क जेल भेजा जा चुका है।