जेलों में क्षमता से तीन गुना कैदी :उत्तराखंड
राज्य की 11 जेलों में कुल 3378 कैदी रखने की स्वीकृति है, जबकि इनमें 4815 कैदी रखे गए हैं। सर्फ तीन ही ऐसी जेल हैं, जहां कैदियों की संख्या स्वीकृति से कम है। कैदियों की संख्या की यह जानकारी आरटीआइ कार्यकर्ता नदीम उद्दीन की ओर से आरटीआइ में मांगी गई जानकारी में सामने आई। आरटीआइ में प्राप्त सूचना के अनुसार हल्द्वानी उपकारागार में 260 कैदियों को रखने की क्षमता है, जबकि इसमें तीन गुने अधिक 804 कैदी रखे गए हैं। इसी तरह देहरादून के जिला कारागार में क्षमता से दोगुने अधिक कैदी रखे गए हैं। कैदी संख्या की बात करें तो हरिद्वार में सबसे अधिक 1190 कैदी हैं और यहां भी यह संख्या क्षमता से अधिक है। प्रदेश की जिन महज तीन जेल में कैदियों की संख्या क्षमता से कम हैं, उनमें जिला कारागार टिहरी, जिला कारागार चमोली व संपूर्णानंद शिविर (खुली जेल) सितारगंज शामिल है।
क्षेत्रवार जेलों की बात करें तो 13 जिलों में से सात में ही जेल हैं। रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, बागेश्वर व चंपावत में कोई जेल नहीं है। जबकि, ऊधमसिंहनगर में जेल के नाम पर सिर्फ केंद्रीय व खुली जेल ( सितारगंज) है और हरिद्वार व नैनीताल में जिला कारागार के अतिरिक्त एक-एक उप कारागार भी हैं।