टूटी कांवड़ पटरी ओर दुर्गन्ध भरे रास्ते से होगा कांवड़ियों का स्वागत

बहादराबाद। 

राजीव शास्त्री
प्रसिद्ध धार्मिक कांवड़ यात्रा शुरू होने में मात्र 5 दिन शेष बचे हैं। बावजूद अभी तक कावड़ पटरी के हालात सुधारते दिखाई नहीं दे रहे हैं। रानीपुर झाल से बहादराबाद तक लगभग 5-6 किलो मीटर का कावड़ पटरी मार्ग अभी भी अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर है।जगह जगह कुछ पैच वर्क का काम हुआ है किंतु उसका कोई लाभ नजर नहीं आ रहा है।आखिर किस तकनीक से और क्या सोच कर टुकड़ों में मार्ग निर्माण का कार्य कराया जा रहा है। जबकि पूरा का पूरा मार्ग क्षति ग्रस्त है। एक और प्रशासन का कहना है कि शिव भक्तों को यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो उसके लिए धन की कोई कमी नहीं है। फिर किन कारणों से रानीपुर झाल से बहादराबाद तक पूरे मार्ग को दुबारा नहीं बनाया जा रहा है। साथ ही जो कार्य हो रहा है उसका कोई मानक तय नजर नहीं आ रहा है। ऐसा लगता है जैसे विभाग द्वारा अनिच्छा से कार्य कराया गया हो।
अभी तक यात्रा शुरू भी नहीं हुई है की ख़राब गुणवत्ता के कारण उसकी बजरी उखाड़ना शुरू हो गई है। ऐसी हालत में शिव भक्त कांवड़ियों के पैरों में बजरी चुभने से उन्हें कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इस बात से पूरी तरह बेखबर विभाग ने पैच वर्क का कार्य पूरा कर इतिश्री कर ली है। एक और जिलाधिकारी प्रतिदिन कांवड़ यात्रा को लेकर सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे हैं। वहीं अधिकारी उन निर्देशों को धत्ता बता रहे हैं। शिव भक्तों को यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार असुविधा ना होने देने के दावों की धज्जियां उड़ाते विभागीय अधिकारी किस प्रकार अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। यह कांवड़ पटरी की दशा अपने आप बयान कर रही है। इसके अतिरिक्त अभी तक शौचालयों का निर्माण नहीं हुआ है। बहादराबाद गंग नहर के पास पार्किंग क्षेत्र में गंदगी के अम्बार लगे है जिससे उठती दुर्गन्ध के कारण वहां सांस लेना भी दूभर हो रहा है। किन्तु प्रशासन का ध्यान इस और अभी तक जाता दिखाई नहीं दे रहा है।
कूडे के खत्ते के निकट लगा कांवड़ियों के विश्राम ओर भंडारे का पंडाल।