ट्रक के टायर और पैरों के चिन्हों के मिलन से हुई वन तस्करों की पहचान जल्द होंगे गिरफ्त में: डीएफओ
हरिद्वार।
चिड़ियापुर रेंज श्यामपुर रेंज से खैर के पेड़ चुराने वाले वन तस्करों की पहचान हो चुकी है यह जानकारी प्रभागीय वन अधिकारी आकाश वर्मा ने दी उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी आरोपी कानून की पकड़ में होंगे मिली
दो दिन पूर्व चंडी घाट पुल के नीचे 2 दर्जन से अधिक पेड़ काटे गए जिन्हें श्यामपुर रेंज के अंजनी बीड वन कर्मियों की सजगता के चलते वन वन तस्करों को ले जाने नहीं दिया गया वही गुरुवार देर रात चिड़ियापुर रेंज के कटेबढ़ पश्चिम कोटा वाली कक्ष संख्या चार में एक बार फिर वन तस्करों द्वारा खैर के पेड़ों पर आरे चलाए गए। लेकिन वन कर्मियों की सतर्कता के चलते वन तस्कर खैर के पेड़ों को मौके से चुरा ना सके।
शुक्रवार की रात को चिड़ियापुर रेंज के वन कर्मी गश्त पर थे। इस दौरान वन कर्मियों को कुछ हलचल महसूस हुई जिससे वनकर्मचारी सजग हो गए उन्होंने देखा कुछ तस्कर खैर के पेड़ों को काटकर एक ट्रक में डाल रहे थे। जंगल के अंदर ट्रक देखकर वनकर्मी हैरान रह गए। उधर वन कर्मियों की आहट सुनकर तस्कर भी चौकस हो गए इससे पहले के वनकर्मी उनको पकड़ पाते रात के अंधेरे का फायदा उठाकर वन तस्कर फरार हो गए। मगर पेड़ों से भरा ट्रक वही छोड़ गयेे। जिसेे वन कर्ममीओ नेे कब्जे में ले लिया। प्रभागीय वन अधिकारी आकाश वर्मा ने बताया कि खैर के पेड़ काटने वाले अंतर राज्य गैंग के सदस्य हैं उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों में वन तस्करी का कार्य कर रहे हैं। बताया कि वह 3 बार कोशिश कर चुके हैं पिछली बार कावड़ की आड में धोखा देकर निकल गए थे। पकड़े गए ट्रक टायरों के निशान और पैरों के निशान मिलाए जा चुके हैं जल्द ही 1 तस्करों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।