दलित आर्मी सामाजिक संगठन के ज्वालापुर नगर का गठन


हरिद्वार। दलित आर्मी सामाजिक संगठन का एक भव्य प्रोग्राम वाल्मीकि धर्मशाला घास मंडी ज्वालापुर में किया गया जिसकी अध्यक्षता समाज के सुरेश चौधरी व संचालन अमित मुलतानिया ने किया ।
जिसमें विशेष रूप से पहुंचे दलित आर्मी के संरक्षक नरेश गीहार व तेज तर्रार मुख्य वक्ता योगेंद्र पाल रवि ने अपने वक्तव्य मे कहा समाज में हो रही कुर्तियों पर व शोषण पर सभी युवा कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा किस समाज में आज भी शिक्षा का बहुत आभाव है । हमने अपने आप को मैं अपने बच्चों बहनों भाइयों और अपने मित्र गणों को शिक्षा की ओर आकर्षित करना चाहिए जिससे कि हमारे समाज का एक ही पढ़ा लिखा युवा पढ़ लिख कर समाज के प्रति कुछ अच्छे कार्य कर सके। शिक्षा एक ऐसा दूध है जो पिएगा वह दहाड़े गा शिक्षित रहो संगठित रहो संघर्ष करो इस बाबा साहब के नारे को बुलंद करते हुए अपने वक्तव्य में कहते हैं कि हमें सर्वप्रथम शिक्षित होना है उसके बाद हमें संगठित रहना है । जितनी भी जातियां हैं sc-st में आती है उन सभी को हम दलित आर्मी के माध्यम से एकत्रित करने का कार्य करेंगे एकत्रित होने के बाद हम समाज में हो रहे शोषण व कुर्तियों पर संघर्ष करेंगे ।  विशेष रूप से पहुंचे दलित आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन तेश्वर ने कहा हम लोगों को संगठन के माध्यम से समाज को जोड़ने का कार्य बड़ी बखूबी से निभाना है और अपने समाज के दलित भाइयों को एक झंडे के नीचे लाकर अपने हक के अधिकारों के लिए हमें लड़ना है संघर्ष करना है । उन्होंने कहा कि आज जो माहौल चल रहा है उस माहौल को देखते हुए हमें सोशल डिस्टेंस का पालन रखना अति आवश्यक है । अपने वह अपने बच्चों वह अपने रिश्तेदारों पड़ोसियों आदि को सुरक्षित होते हुए उन सभी को भी सुरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए।

इसी में वाल्मीकि धर्मशाला के अध्यक्ष धनेश छाछर ने भी अपने वक्तव्य में दलित आर्मी के कार्यकर्ताओ व पदधिकारियो को बधाई देते हुए कहा कि ये देश आप युवाओं के हाथ मे इसको चलाना ओर संभाल कर रखना ।अब आपके हाथ मे जो शोषण हम दलितों पर दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है उसको रोकने हेतु आज के युवा साथियो को आगे आने होगा ।
जिले के महामंत्री राकेश गोड़ियाल ,मीडिया प्रभारी अमित मंगोलिया ,जिला उपाध्यक्ष राकेश लोहट ने कहा कि हम आज तक दुसरो को ढोते आये क्या हमने कभी ये सोचा कि हम राज क्यो नही कर पा रहे है । बाबा साहब का हवाला देते हुए लोहट ने कहा कि अगर आप बाबा साहब के 3तीन मुलमंत्रो को नही समझ पाए तो आपका पढ़ना लिखा भी बेकार है । बाबा साहब ने कहा है कि हमे शिक्षित होना है और शिक्षित होकर हमे संगठित होकर अपने इतिहास को जानना है क्योकि जब तक हमे अपने इतिहास की जानकारी नही होगी तब तक हम पढ़ भी नही पाएंगे क्यो? इसका कारण ये है कि हमारा जो शोषण हुआ। जब तक हम उस कुंठा को अपने अंदर समा कर अपने मन के अंदर ज्वाला पैदा नही कर लेते तब तक हमारा कुछ नही हो सकता ।साथियो एक बार उस कुंठा व शोषण को झेल कर देखो जो हमारे बुजुर्गों ने झेली है अगर हम उस शोषण को आज के समय मे देखे तो हमारी रूह कांप उठेगी । जिससे हम अपने आप को खो देंगे लेकिन हमारे बुजुर्गों व महापुरुषो ने कभी हार नही मानी ओर शोषण झलते झेलते भी खुद की पढ़ाई भी पूरी की ओर संगठित भी किये और लास्ट में आकर जब संगठित हुए तो संघर्ष भी किया।