दिग्विजय यज्ञ करने वाले, महामंडलेश्वर का पद छीना, अखाडे से बाहर किया

राजीव शास्त्री

हरिद्वार।

दिग्विजय सिंह की जीत के लिए मिर्ची यज्ञ करने वाले वैराग्य नंद गिरी को निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है। साथ ही वैराग्य नंद के खिलाफ जांच कर कार्रवाई के लिए समिति का भी गठन किया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने वैराग्य नंद की गतिविधियों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि पाखंड और प्रपंच करने वाले संतों का अखाड़े में कोई स्थान नहीं है मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह की जीत के लिए निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर वैराग्य नंद गिरी ने मिर्ची यज्ञ किया था। साथ ही उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए 5 कुंटल मिर्ची यज्ञ करने का दावा किया था। कि वह दिग्विजय यज्ञ कर रहे हैं जिसकी कोई भी काट नहीं है। उन्होंने दिग्विजय सिंह की जीत का दावा करते हुए यह भी कहा था कि यदि उनका यज्ञ अनुकूल फल देने वाला नहीं होता है, तो वह संताई छोड़कर समाधि ले लेंगे। किसी व्यक्ति द्वारा दिग्विजय की हार के बाद जब उनसे उनके दावे पर सवाल किया गया, तो उन्होंने साध्वी प्रज्ञा सहित कई संतों को उदाहरण देते हुए कहा कि वह किसी की बात के लिए जिम्मेदार नहीं है, ना ही कोई उनका वकील है। महामंडलेश्वर वैराग्य नंद की एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुई। मामला संज्ञान में आने पर निरंजनी अखाड़े में भी हलचल मच गई क्योंकि निरंजनी अखाड़ा जूना अखाड़ा संतो की प्राचीन व प्रतिष्ठित संस्थाएं हैं। इस वजह से अखाड़ों में इस मामले को लेकर चर्चा तेज हो गई।
 निरंजनी अखाड़ा के सचिव रविंद्र पुरी महाराज ने इस विषय से तत्काल अखाड़ा के सर्वे सर्वा माने जाने वाले वर्तमान में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी को अवगत कराया। उन्होंने भी इस विषय को गंभीर मानते हुए तत्काल कार्यवाही करने के लिए कहा। इस पर अखाड़े की कार्यकारिणी ने सर्वमत निर्णय लेकर मम वैराग्य नंद को अखाड़े की परंपरा और मर्यादा के विपरीत छल प्रपंच व पाखंड का दोषी मानते हुए महामंडलेश्वर पद से हटाने का फैसला लिया। इसके बाद उन्हें पद से हटाने की घोषणा भी सार्वजनिक कर दी गई।  इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि संतों की एक निर्धारित मर्यादा और परंपरा है वही अखाड़ों का एक विधान है जिसके अव्हेलना करने वाले को अखाड़ा अखाड़ा परिषद बर्दाश्त नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि वैराग्य नंद का महामंडलेश्वर का पद समाप्त कर दिया गया है।