नवरात्रि व्रत में रखे ये सावधानियां!

                                       

नवरात्रि पर देवी पूजन और नौ दिन के व्रत का बहुत महत्व है. मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का पावन पर्व शुरू हो रहा है. इन नौ दिनों में व्रत रखने वालों के लिए कुछ नियमों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं क्या हैं ये नियम…

नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. माता के हर रूप का अलग महत्व है. इसलिए मां के हर रूप की पूजा भी विशेष तरीके से की जाती है.

नवरात्रि के दौरान आहार संबंधी नियमों का खास ख्याल रखना चाहिए. इस दौरान फल, दूध के उत्पाद और चुनिंदा अनाज का ही इस्तेमाल करना चाहिए. नौ दिनों तक खाने में अनाज और नमक का सेवन नहीं करना चाहिए.

कूटू के आटे से बनी रोटी, शामक चावल, शामक चावल से बना डोसा, साबूदाना से बनाया खाना, सिंघाड़ा का आटा, राजगीरा, रतालू, अरबी, उबले हुए मीठे आलू यानी शक्कर कंद से बने व्यंजन, फल, आलू, मेवे, मूंगफली आदि खा सकते हैं.

नवरात्रि के नौ दिनों तक रोज ज्योति जलाएं या फिर नवरात्र के पहले दिन की ज्योति को 9वें दिन तक लगातार जलाएं रखें.

नवरात्रि के शुभ दिनों में घर में जो भी भोजन बने, उसे सबसे पहले मां को भोग लगाना चाहिए.

व्रतियों को नवरात्रि के दौरान सात्विक खाना ही खाना चाहिए, तला-भुना हुआ नहीं. दिन में कई बार ना खाएं, हो सके तो एक बार में आहार ग्रहण करें.

अगर व्रत रख रहे हैं तो सूर्यास्त से पहले भर पेट भोजन ना कर लें. व्रत के दौरान शराब, ड्रग, अंडे, मांसाहार, धूम्रपान इत्यादि चीजों से बिल्कुल दूर रहें.

विष्णु पुराण के अनुसार, नवरात्रि व्रत के समय दिन में सोने, तम्बाकू चबाने और शारीरिक संबंध बनाने से भी व्रत का फल नहीं मिलता है.

सुबह और शाम में दुर्गा मां की उपासना जरूर करें. व्रतियों को इस दौरान दुर्गा चालीसा या देवी को प्रसन्न करने के मंत्र पढ़ने चाहिए. नवरात्रि के आखिरी दिन कन्याओं को खाना खिलाना चाहिए.

अगर आप नवरात्रि में कलश स्थापना कर रहे हैं, माता की चौकी का आयोजन कर रहे हैं या अखंड ज्योति जला रहे हैं तो इन दिनों घर खाली छोड़कर नहीं जाएं.

ध्यान रहे कि व्रत में खूब सारा तरल पदार्थ लें. ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो. मसलन आप नारियल पानी, जूस, सब्जियों के सूप, आदि ले सकते हैं.

व्रतियों को काले कपड़े और चमड़े की वस्तुओं को धारण नहीं करना चाहिए. इस दौरान बाल कटाना, शेव करना, नाखून काटना भी वर्जित है.

नवरात्र के दौरान भोजन में लहसुन और प्याज का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए.