नीतीश: आधुनिक तकनीक से शराब की तस्करी पर लगेगी रोक

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराब का दो नंबरी कारोबार एक बड़ी चुनौती है. इसके खि‍लाफ लगातार लड़ते रहना होगा. नीतीश कुमार ने कहा कि इससे लड़ने के लिए एक नया तंत्र विकसित किया जा रहा है, जो पुलिस महानिरिक्षक या अपर पुलिस महानिदेशक द्वारा नियंत्र‍ित किया जाएगा.

बिहार में शराबबंदी के लिए आधुनिक तकनीक की मदद ली जा रही है. लेकिन इस नई तकनीक को आने में करीब डेढ़ महीने का वक्त और लगेगा. इसकी जिम्मेदारी आईटी डिपार्टमेंट को सौंप दी गई है. नीतीश कुमार ने कहा कि तकनीक आने से पहले ही एक नंबर जारी किया जाएगा, जिस पर श‍िकायतकर्ता शराब से जुड़ी श‍िकायतें दे सकते हैं.

दरअसल, नई तकनीक के जरिये श‍िकायतकर्ता की श‍िकायतों को रिकॉर्ड कर लिया जाएगा और तय समय सीमा के अंदर ही पुलिस उस पर कार्रवाई करेगी.

नीतीश कुमार ने कहा कि एक बार नई तकनीक लागू होने के बाद शराब की तस्करी पर काबू पाना आसान होगा. यही नहीं अगर इसमें सरकारी तंत्र का कोई व्यक्त‍ि शामिल पाया गया तो उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाएगा

 नीतीश कुमार ने कहा कि वैकल्पिक रोजगार देकर भी हम लोगों को इससे निकाल सकते हैं. उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि पूर्ण‍िया जिला में ऐसे कई परिवार थे, जो इसी काम लगे हुए थे. लेकिन उन्हें प्रेरित कर वैकल्प‍िक रोजगार के तौर पर गौ पालन में लगाया गया. वो खुश हैं आज.

नीतीश कुमार ने कहा कि इसी तरह दूसरी जगहों पर भी वैकल्प‍िक रोजगार की मदद से लोगों को इससे निकाला जा सकता है. हमारे कैंपेन में यह भी शामिल है. बिहार के सीएम ने कहा कि शराब बंदी पर ना केवल बिहार सरकार बल्क‍ि बाहर के लोग भी अध्ययन कर रहे हैं. नीतीश कुमार की मानें तो बिहार में शराब बंदी के बाद काफी अच्छा असर दिख रहा है.

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