फानी की वजह से 6 लोगों की मौत, हजारों गांव और 50 से अधिक शहर चक्रवात की चपेट में जाने कितने क्षेत्र में हुआ नुकसान

विनय शर्मा
दिल्ली
ओडिशा में आये फ़ानी नामक चक्रवात की वजह से 6 लोगों की मौत हो गई है।  तेज़ हवाओं के कारण कई पेड़ उखड़ गए और गांव डूब गए। बता दें कि फानी 1999 में आए सुपर साइक्लोन के बाद अब तक का सबसे खतरनाक चक्रवात है। चक्रवात की वजह से ओडिशा के पुरी समेत कई इलाकों में 250 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।
तेज हवाओं के साथ बारिश भी हो रही है। फानी की वजह से ओडिशा के अनुमानित तौर पर 10,000 गांव और 52 शहर प्रभावित है। ऐसे में इलाके से करीब 11 लाख लोगों को हटा लिया गया और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। इनके रहने के लिए 5000 शेल्टर होम तैयार किए गए हैं। चक्रवात ‘फानी’ का असर उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड में भी दिखने लगा है। यूपी के चंदौली जिले में आंधी-पानी व आकाशीय बिजली से 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि सोनभद्र जिले में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक किशोर की मौत हो गई। वहीं, उत्तराखंड में तेज हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग ने बारिश की भी संभावना जताई है। फानी को देखते हुए 1 मई के ओडिशा की तरफ जाने वाली करीब 102 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और चार ट्रेनों के रूट बदले गए हैं। ओडिशा के भुवनेश्वर एयरपोर्ट को आधी रात और पश्चिम बंगाल के कोलकाता एयरपोर्ट को रात साढ़े नौ बजे से बंद कर दिया गया। भुवनेश्वर एयरपोर्ट 24 घंटे तक बंद रहेगा, जबकि कोलकाता एयरपोर्ट शुक्रवार शाम 6 बजे तक बंद रहेगा। इधर, वायुसेना, थलसेना और एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट पर हैं। फानी की वजह से सारी राजनीतिक रैलियां फिलहाल कैंसिल कर दी हैं।