राजनीतिक दंश की शिकार कुम्भ नगरी
हरिद्वार।
राजनीति का दंश झेल रही कुम्भ नगरी हरिद्वार का नेशनल हाईवे 12 सालों में भी आज तक पूरा नहीं हो पाया है कहने को तो शहरी विकास मंत्री पर्यटन विकास मंत्री और अब वर्तमान सांसद भी केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री बन चुके है। वर्ष 2016 में जब प्रदेश में राज्य सरकार के लिए चुनाव होने थे तब देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्मनगरी हरिद्वार के ऋषिकुल मैदान से जनता को डबल इंजन की सरकार बनाने का आवाहन किया था। उन्होंने कहा था यदि डबल इंजन की सरकार बनेगी तो प्रदेश का विकास कई गुना होगा। लेकिन इस बात को भी 3 साल से अधिक का समय बीत चुका है बावजूद उसके आज तक हरिद्वार का पिछले 12 सालों से अधूरा पड़ा हाईवे भी पूरा नहीं बन पाया है। हर स्नान पर हरिद्वार की जनता को इस अधूरे हाईवे का खामियाजा बहुत बुरे तरीके से भुगतना पड़ता है जिसमें हरिद्वार के मध्य से गुजरने वाला यह नेशनल हाईवे रोगियों के लिए जहां लाइफ लाइन का काम करता, वह यात्रा सीजन में रेंग रेंग कर चल रहा है। एम्बुलेंस इस जाम में फंसी रह जाती है। बीती लोकसभा के हरिद्वार सांसद वर्तमान में केंद्रीय मंत्री ने प्रेस क्लब में लोकसभा हरिद्वार में 25 हजार करोड़ की योजनाओं के प्रस्ताव लाने की बात कही। उन्होंने कई ऐसे रास्ते भी दिखाए जिनसे हरिद्वार हरकीपेड़ी का कोई लेना देना नही है। यह तक आने के लिए केवल एक ही हाईवे है जो आज भी अधूरा है। धर्म नगरी में आने वाले साल के 40 बड़े धार्मिक आयोजन के समय लगने वाले जाम को गाये रूपी दुधारू जनता ही झेलती है। जबकि राजनेता हर बार जनता को विकास का सपना दिखाकर अंधेरे में रखने का कार्य ही किया जा रहा है।