रिटायरमेंट के बाद बनाए जिंदगी बिंदास

 

 

 

रिटायरमेंट या सेवानिवृत्ति यानी अब कामकाज की छुट्टी जिंदगी में लंबी भागदौड के बाद आराम से वक्त काटने का समय, फुर्सत ही फुर्सत । यह जुमला प्राय हर उस व्यक्ति की जुवा पर होता है जो रिटायर हो रहा होता है ।

जिंदगी के साठ सालों तकअपने आपको कामकाज में व्यस्त रखने वाला व्यक्ति उम्र के इस दौर में पहुंच कर आराम करने का मन बना लेता है । मगर उसकी यही मन स्थिति यदि सक्रिय बन जाए तो उसकी जिंदगी गिफ्ट दुरुस्त और तंदुरुस्त हो जाएगी ।

आइये नई जिंदगी की शुरुआत करें । बस जरूरत है आपको अपनी जीवन शैली में अपनी सोच में परिवर्तन करने की ।

1  स्वयं को भाग्यशाली समझे आपने अपना कार्यकाल सफलता से पार किया और अब आपके पास पर्याप्तसमय अवसर है अपने उन तमाम अनुभवों का लाभ अपने परिवार में बांटने का।

2  कोशिश करें हर सदस्य के अनुरूप चहते बने । यदि आप कोई दायित्व जैसे बच्चों की शादीया, मकान आदि काम रह रहे हैं तो तुरंत उस मुहिम में जुड़ जाएं ।

3  यदि आप सब कुछ कर चुके हैं तोऔर भी अच्छा है । परिवार के सदस्यों के साथ सामंजस्य बनाए।  छोटे मोटे काम, बिजली पानी टेलीफोन के बिल  ,सब्जी भाजी लाने जैसे काम कर अपनी सक्रियता और मन को बहलाने का प्रयास करें ।

 

4  घर में यदि छोटे बच्चे हैं तो उनके साथ जिंदादिली दिखाएं उनकी देखभाल में , पढ़ाई में सहयोग करें ।

5  हेल्थ इज वेल्थ अपने को सक्रिय रखें उतना ही खाएं ।  जितना बचा सकें हल्की कसरत करें । सुबह सैर पर जाएंछोटी मोटी तकलीफ को अनदेखा न करें ।

6  बागवानी करें । प्रकृति के संग जो खुशी मिलती है उसका आनंद उठाएं ।

7  आप जिस समाज जिस देश प्रदेश से हैंउसने आपको बहुत कुछ दिया है । आप अपनी सक्रियता समाज सेवा में दिखा सकते हैं ।  बच्चों या असहायों हेतु सक्रिय एनजीओ में जुड़ जाएं ।

8  रिटायरमेंट होने से पूर्व ही थोड़ी थोड़ी राशि संचित करते रहे। आपका मासिक खर्च संयोजित होता रहे इसका भी ख्याल रखें।  संचित राशि आपके काम तो आएगी ही बुरे व्यक्ति या आपात स्थिति में भी सहायता प्रदान करेगी ।

9  अपने आस पास के माहौल में रहने वाले रिटायर हुए लोगों की तुलना स्वयं से ना करें बल्कि स्वयं ऐसे बन जाए कि आपके जैसे लोग बनना चाहें ।

आपके पास जीवन का दीर्घ अनुभव है । अब यह आप पर निर्भर है कि आप स्वयं को कैसे समायोजित करअपने जीवन को खुशहालबनाते हैं।