स्वास्थ् जीवन का मूल मंत्र : हसीं (ख़ुशी)
स्वास्थ्य प्रसन्नता का दूसरा नाम है जिसके बगैर आप जीवन के सरल कार्य भी नहीं कर सकते मनुष्य ही एक मात्र ऐसा प्राणी है जो हंस सकता है आज की भाग दौड़ भरी जिंदगीसाथ में काम का अत्यधिक प्रेशरने हंसी को मानो गायब सा कर दिया है
हँसने से हमारी जिंदगी और स्वास्थ्य खुशनुमा हो सकता है जीवन में हंसने बोलने का बहुत महत्व है खुश रहने वाले को देखने में आया है कि बीमारियां भी कम होती
सुबह सुबह अगर आप अपने पास पार्क में देखें तो बहुत से लोग बिना किसी बात के ठाके लगाते नजर आएंगे इसे लाफ्टर थेरेपी कहते हैंलाफ्टर थेरेपिस्ट मानते हैं कि तनाव कम करने में हंसी का बहुत बडा योगदान होता है वैज्ञानिक हंसी को एक प्रकार काविज्ञान मानते हैं
कई विख्यात हास्य कलाकारों का मानना है कि हंसना सर्वोत्तम औषधि हैतनाव के लिए यह एक सस्ती व सबसे लाभप्रद दवा है
हंसी के विषय में कुछ तथ्य
1 अध्ययनों से पता लगा है कि हंसने से प्रतिरक्षण तंत्रइम्यून सिस्टम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है
2 उल्लास पूर्ण हंसी हृदय व तालिकाओं संस्थान के लिए एक व्यायाम की तरह कार्य करते हैं इससे हृदय गतिवह रक्तचापमें कमी आती है मस्तिष्क का कार्य सुचारू रूप से होने के कारण चौकन्नापन वह याददाश्त बढती है
3 हंसने से डिप्रेशन दूर होता है तनाव में कमी दर्द में कमी श्वसन तंत्र में जमे बलबन को साफ करता हैवह इससेफेफड़ों में ताजी हवा भी पहुंचती है
4 इससे रक्त रसायन गामा इंटरफेरॉन जो तंत्रिका संस्थान में संदेश पहुंचाने का कार्य करती करते हैं वह इम्यून सिस्टम को उत्तेजित करते हैंउनमें बढ़ोतरी होती है
5 हंसने से इम्यूनोग्लोबुलिन ए और एम इम्यूनोग्लोबुलिन जी कोभी बढ़ाता है जो एंटी बॉडी की तरह काम करता हैऔर ऊपरी श्वसन तंत्र के संक्रमणों से लड़ता है
6 हंसी मांसपेशियों को मजबूत करती हैऔर उसमें आए तनाव को कम करती हैहंसी खुशबू की तरह कार्य करती हैये अपने साथ दूसरे पर भी अच्छा प्रभाव डालती हैलेकिन अत्याधिक हंसी भी उचित नहीं है