हरिद्वार : पुलिस ने मांगे ग्रामीणों से सुझाव: सड़क हादसों को रोकने को उपाय
नजीबाबाद राजमार्ग पर आए दिन होने वाली सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए थाना श्यामपुर में एसएसपी कृष्ण कुमार वीके की मौजूदगी में हुई गोष्ठी में सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए ग्रामीणों से सुझाव मांगे गए।
गोष्ठी में उपस्थित सीओ प्रकाश देवली ने बताया है कि हरिद्वार जिले के सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं थाना श्यामपुर में होती हैं। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2015 में 28 सड़क दुर्घटनाओं में 18 की मृत्यु 17 लोग घायल हुए हैं। वहीं साल 2016 में 21 घटनाएं 12 की मृत्यु 14 घायल हुए। जबकि 2017 में 29 घटना 12 की मृत्यु 17 लोग घायल हुए है। इन सब घटनाओं का मुख्य कारण चंडीघाट चौक से चिडिृयापुर तक सड़क पर सिग्नल लाइट का न होना है। शराब पीकर तेज रफ्तार से गाड़ी चलाना, सड़क पर मोड़, सड़क के किनारे अतिक्रमण व जगह-जगह गड्ढे होना दुर्घटनाओं का मुख्य कारण माना गया।
एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के मामले में पूरे राज्य में ऊधमसिंह नगर पहले और हरिद्वार दूसरे नंबर है। जहां तक जिले का सवाल है तो सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं श्यामपुर क्षेत्र में हो रही हैं। चंडीघाट चौकी से चिडिय़ापुर तक वन क्षेत्र होने के कारण जंगली जानवर वाहनों से टकरा जाते हैं । जिस वजह से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। हादसों को रोकने के लिए हरिद्वार- नजीबाबाद राजमार्ग पर दुर्घटना प्रभावित इलाकों को चिन्हित किया गया है। शनिदेव मंदिर के महंत अशोक रुद्राक्ष ने बताया हरिद्वार से नजीबाबाद चल रहे छोटे डग्गामार वाहनों के चालक शराब पीकर तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते हैं । जिससे आए दिन सड़क दुर्घटना होती हैं । सत्यपाल चौहान ने गांव के पास ब्रेकर लगाने की सुझाव दिया। । चंचल सिंह ने सरकारी बस व तेल के टैंकर तेज रफ्तार से चलने पर लगाम लगाने का सुझाव दिया। जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि गुरजीत सिंह लहरी ने सड़क पर बने गड्ढों को समय समय पर भरने का सुझाव दिया। गोष्ठी में एसपी मंजूनाथ टीसी, एसपी सिटी ममता बोहरा, डीसी पांडे, वीरेंद्र डबराल, पीएनबी बैंक प्रबंधक जेपी खिलन, यातायात निरीक्षक रविकांत शर्मा, ग्राम प्रधान श्यामपुर शकुंतला चौहान, लालढंाग प्रधान प्रताप सिह लिंगवान, शमशेर भड़ाना आदि ने अपने विचार रखे।