हरिद्वार बस स्टैंड स्थांतरण का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आने की तैयारी में
हरिद्वार।
धर्मनगरी में बस स्टैंड एक बार फिर खतरे में आ गया है। सूत्रों की माने तो शासन के एक मंत्री के दबाव के कारण एक बार फिर बस स्टैंड को हरिद्वार नगर के बीच से हटाकर सराय ले जाने की कवायद शुरू हो चुकी है।
सूत्रों के अनुसार परिवहन विभाग के सचिव और निदेशक पर बस स्टैंड शहर से बाहर सराय गांव की ओर ले जाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। बताया जाता है कि शासन के मंत्री के दाएं बाए वालो ने सराय में बस स्टैंड की पूर्व में कई गयी कवायद के बाद क्षेत्र की भूमियों में सेंध लगाने का कार्य किया था। वही बस स्टैंड परिवर्तन के मामले ने खासा तूल भी पकड़ लिया था। शहर की जागरूक जनता की नींद टूटी ओर लोग सरकार के खिलाफ सड़को पर उतर आए। मौसम लोकसभा चुनाव का था। जनता के उत्पन्न हुए आक्रोश को देखते हुए शासन बैकफुट पर आ गया। जिसके बाद स्थानीय विधायक एवम शहरी विकास मंत्री ने बस स्टैंड सराय न ले जाने का आश्वासन भी दिया था, तब कही जाकर विरोध थमा। लोकसभा चुनाव भी कभी के हो गए, ओर सांसद भी सरकार का ही बन गया। परंतु जुबान से दिया जनता को आश्वासन टूटने की कगार पर है। बस स्टैंड सराय में ले जाने वाला जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ रहा है। लेकिन इस बार ये जिन्न जनता को बता कर नही बल्कि परिवहन विभाग के आला अधिकारियों पर बनाये जा रहे दबाव के कारण बाहर आ रहा है। सूत्रों की माने तो परिवहन विभाग के आला अधिकारी भी अब दबाव में आने लगे है। जल्द की हरिद्वार के नागरिकों को सरकार उपहार स्वरूप सराय का बस स्टैंड देने जा रही है। वही व्यक्ति विशेष का हरिद्वार बस स्टैंड पर होटल बनाने का सपना साकार होता दिख रहा है।