हो जाएं अलर्ट: डेबिट कार्ड धारक
अधिकांश बिहार और झारखंड के नंबरों से आ रही है। ठगों द्वारा खुद को बैंक मैनेजर अथवा अधिकारी बताकर एटीएम कार्ड को आधार से लिंक करने के लिए कॉल की जा रही है। जानकारी ना देने पर यह लोग अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। एटीएम को आधार से जोड़ने के झांसे में आ गए तो आप नुकसान झेलेंगे। इसलिए बैंक खाते की गोपनीय जानकारी किसी से शेयर ना करें। साइबर ठग लोगों को शिकार बनाने के लिए यह नया हथकंडा अपना रहे हैं। इसी के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने साइबर ठगी से बचाव को एडवाइजरी जारी की है।अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि साइबर ठग लोगों को विभिन्न तरीकों से झांसे में लेकर उनके बैंक खातों से धनराशि निकाल रहे हैं। केवल जागरूक होकर ठगी से बचा जा सकता है। किसी तरह के प्रलोभन में आने की जरूरत नहीं है।
यह बरतें सावधानियां
– किसी अंजान से फोन पर बैंक से संबंधित जानकारी शेयर ना करें।
– अपने डेबिट-क्रेडिट कार्ड का नंबर, पासवर्ड आदि किसी को ना बताएं।
– बैंक कभी भी एटीएम, खाता, पासवर्ड आदि गोपनीय जानकारी नहीं मांगता है।
– भीड़-भाड़ वाले और असुरक्षित स्थानों के एटीएम का प्रयोग सावधानीपूर्वक कर- यदि आपकी जानकारी के बिना खाते से धनराशि निकलती है तो तत्काल बैंक में शिकायत दर्ज कराएं।
– बैंक संबंधी धोखाधड़ी होने पर तत्काल अभिलेखों समेत नजदीकी थाना, साइबर सेल, साइबर थाने से संपर्क करें।
इन नंबरों पर करें शिकायत
100, 9456591502, 0135.2655900