स्वच्छ भारत मिशन हुआ फेल, जाने कैसे
राजीव शास्त्री
बहादराबाद। सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत सर्वत्र स्वच्छता अभियान चलाकर साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए आमजन को जागरूक किया जा रहा है, वहीं ग्रामों में नियुक्त सफाई कर्मी अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह बने हुए हैं। इसके चलते गांव में कूड़े का अंबार और गंदगी का साम्राज्य स्थापित है। इसकी बानगी विकास खंड के आत्मलपुर बोंगला गांव में देखने को मिल रही है जहां लगभग दो तीन माह से साफ सफाई नहीं होने से नालियां कूड़ा करकट से पट गई और बजबजा रही है। कई स्थानों पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है। इससे गांव में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। ग्रामीणों की आशंका है कि अगर यही आलम रहा तो गांव में कभी भी संक्रामक बीमारी फैल सकती है। क्षेत्र के आत्मलपुर बोंगला गांव में जब सफाई कर्मियों की नियुक्ति हुई तो दो सफाई कर्मी गांव में साफ सफाई के लिए तैनात किए गए थे परंतु विगत दो तीन माह से उक्त सफाई कर्मी भी गायब हो गए है। इससे गांव में जगह जगह कूड़े का अंबार जमा हो गया। साथ ही कूड़े के ढेर नालियों में लग जाने वह भी जाम हो गई।गांव के अर्जुन सिंह, ओमप्रकाश आर्य, अशोक विश्वकर्मा,पिंकू शर्मा,सोनू शर्मा,अशोक चौहान,सचिन चौहान,रविंद्र चौहान आदि का आरोप है कि गांव में पहले दो सफाई कर्मी नियुक्त किए गए थे जिनके गांव में नहीं आने से गांव की सफाई नहीं हो पा रही है और जगह जगह कूड़े का अंबार लग गया है। वहीं संबंधित विभाग द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे गांव में गंदगी का साम्राज्य फैल गया है। जिससे कभी भी गांव में संक्रामक बीमारियों पांव पसार सकती है।ग्राम प्रधान सोनिया ने ग्रामीणों पर निर्धारित शुल्क न देने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसी वजह से सफाई कर्मियों को नहीं लगाया जा रहा है।वहीं ग्रामीणों का कहना है कि निर्धारित शुल्क लगातार दिया जा रहा है फिर भी कूड़ा नहीं उठवाया जा रहा है।