पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक सभा का आयोजन उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने दी श्रद्धांजलि
ऋषिकेश 1 सितंबर। बैराज स्थित कैंप कार्यालय में आज पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।इस दौरान उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रणव मुखर्जी के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि प्रणव मुखर्जी का जाना एक युग का अंत है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने खटीमा गोलीकांड की 26वीं बरसी पर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण में अपने प्राणों की आहुति देने वाले राज्य आंदोलनकारियों के बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
इसी कड़ी में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत रत्न से सम्मानित प्रणव मुखर्जी प्रख्यात राजनेता, कुशल प्रशासक, प्रखर वक्ता और राजनीति के ऐसे अजातशत्रु थे, जिन्हें पक्ष और विपक्ष समान रूप से आदर और सम्मान देते थे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पांच दशक के अपने शानदार राजनीतिक जीवन में उन्हें रक्षा, वित्त, विदेश, राजस्व, नौवहन, परिवहन, संचार, आर्थिक मामले, वाणिज्य और उद्योग समेत विभिन्न महत्वपूर्ण मंत्रालयों के मंत्री होने का गौरव हासिल है।अपने सौम्य और मिलनसार स्वभाव के कारण वे सर्वप्रिय थे।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2015 के मई माह में प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रपति के रूप में उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित किया था।वे एक शिक्षक की तरह लोकतांत्रिक मूल्यों का पाठ पढ़ा कर गए थे। उन्होंने विधानसभा के विशेष सत्र में उत्तराखंड की उम्मीदों, आपदा से उबरने, चुनौतियों और रह गई कमियों के बारे में बात की थी।उन्होंने लोक सभा एवं विधानसभाओं में सत्र के दिन लगातार कम होते जाने पर भी चिंता जताई थी।
इस अवसर पर श्यामपुर मंडल अध्यक्ष गणेश रावत, वीरभद्र मंडल अध्यक्ष अरविंद चौधरी, पूर्व प्रधान हरीश कक्कड़, अमरीश गर्ग, सरदार बलविंदर सिंह, घनश्याम सैनी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला कार्यवाह भास्कर बिजलवान, नगर कार्यवाह राकेश शर्मा, हरिद्वार के पूर्व जिलाध्यक्ष काशीनाथ, राजेश जुगलान, सुमित सेठी, नगर निगम पार्षद शिव कुमार गौतम, क्षेत्र पंचायत सदस्य बबीता रावत, संजीव विश्नोई, सतपाल सैनी, राजू नरसिम्हा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।