*फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट बनाकर लोगों की जिंदगी से खेलने वाले युवक को महिला साथी के साथ पुलिस ने किया गिरफ्तार।*

ऋषिकेश दिनांक 5 जून 2021_
कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के प्रभावी रूप से रोकथाम के लिए जहां पर शासन प्रशासन किसी प्रकार की कोई कसर नहीं छोड़ रहा है, वही हमारे बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बहुत थोड़े लालच में अपने साथ-साथ दूसरों की जान को खतरे में डाल रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला जनपद टिहरी गढ़वाल के थाना मुनिकीरेती क्षेत्र अंतर्गत चौकी ढालवाला पर स्थित चेकिंग बूथ पर प्रकाश में आया। जहां पर बूथ पर एंटीजन टेस्ट करने वाली चिकित्सकों की टीम में काम करने वाले एक युवक द्वारा मात्र ₹5000 के लालच में दिल्ली से आने वाले 8 युवकों की झूठी आरटीपीसीआर रिपोर्ट तैयार कर दी।

दरअसल ढाल वाला चेकिंग बैरियर विगत कुछ समय से फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट के द्वारा में कुछ लोगों को जनपद सीमा में प्रवेश करवाने की शिकायतें आ रही थी। इसी क्रम में वहां पर स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखंड सुबोध उनियाल द्वारा शुक्रवार को छापेमारी भी की गई थी। छापेमारी के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट जनपद टिहरी गढ़वाल के निर्देशन में दिल्ली से आने वाले 8 युवकों की सीआरएल डायग्नोस्टिक निर्मित नेगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट की जांच की गई तो उक्त रिपोर्ट फर्जी पाई गई।
उक्त व्यक्तियों की निशानदेही पर टेस्ट कराकर रिपोर्ट तैयार करने वाले चिकित्सकों की टीम के सदस्य विनय बिष्ट पुत्र स्वर्गीय राकेश सिंह बिष्ट उम्र 26 वर्ष निवासी 14 बीघा मुनि की रेती टिहरी गढ़वाल से पूछताछ की गई तो उसके द्वारा स्वयं झूठ बोलकर अपनी महिला साथी शीतल स्नेही जाटव पुत्री बबलू स्नेही जाटव उम्र 20 वर्ष निवासी गली नंबर 7 अंबेडकर नगर ऋषिकेश की मदद से ₹5000 फीस लेकर उक्त फर्जी रिपोर्ट को तैयार करना स्वीकार किया गया, जिसके पश्चात विनय एवं उसकी महिला साथी शीतल को थाना मुनिकीरेती पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।