*उत्तराखंड में 40 स्थानों पर जंगल में आग ने मचाई तबाही। 24 घंटे में 69 हेक्टेयर जंगल जलकर हुआ खाक।*

ऋषिकेश दिनांक 5 अप्रैल 2021_
उत्तराखंड में लगातार बढ़ रही जंगल की आग को देखते हुए अब वन विभाग के सभी अधिकारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को हुई आपात बैठक में यह आदेश जारी किया। इस समय प्रदेश में 40 स्थानों पर जंगल धधक रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शासन पुलिस और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सभी जिलाधिकारियों के साथ वनांगनी प्रबंधन की समीक्षा की मुख्यमंत्री ने अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कार्य क्षेत्र में बने रहने को कहा, साथ ही फायर वाचर को 24 घंटे निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वनांगनि की घटनाओं की जानकारी कंट्रोल रूम को तुरंत मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने जंगल में आग लगाने वाले तत्वों की पहचान कर कार्रवाई करने और कुंभ मेला क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने को भी कहा है। साथ ही कहा कि भविष्य में वनों में आग की घटनाओं को कम से कम करने के लिए तहसील और ब्लॉक स्तर तक कंट्रोल रूम और फायर स्टेशन स्थापित किए जाएं।
ज्ञात हो कि 1अक्टूबर 2020 से 4 अप्रैल 2021 तक प्रदेश में कुल मिलाकर 1360 हेक्टेयर जंगल को आग के कारण नुकसान हो चुका है। इससे करीब 39.46 लाख का नुकसान हुआ है। कुल 22 पशु घायल हुए हैं और 7 पशुओं की मौत हुई है। पिछले 24 घंटे में ही आग के करीब 45 मामले सामने आए हैं। जिससे 69 हेक्टेयर जंगल को नुकसान पहुंचा है।

वन विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक पिछले 24 घंटे में आरक्षित वन क्षेत्र के 40 और सिविल वन पंचायत क्षेत्र में आग के 5 मामले सामने आए हैं। इनमें से 26 मामले गढ़वाल मंडल और आठ मामले कुमाऊं मंडल के हैं 11 मामले अन्य स्थानों से सामने आए हैं।