किसी भी दशा में छात्र-छात्राओं का अहित नहीं होना चाहिए- विधानसभा अध्यक्ष

ऋषिकेश( मिन्हाल हाशिम) 27 अगस्त ।श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पितांबर प्रसाद ध्यानी ने आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से उनके बैराज स्थित कैंप कार्यालय में भेंट की।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने पीजी कॉलेज ऋषिकेश में स्थापित श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के परिसर से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर कुलपति से वार्ता की।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने खास तौर पर पीजी कॉलेज ऋषिकेश में विश्वविद्यालय द्वारा पहले की अपेक्षा इस सत्र में विभिन्न संकाय में सीटें घटाए जाने संबंधी विषय पर कुलपति से जानकारी ली। विधानसभा अध्यक्ष ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय कैंपस की स्थापना पीजी कॉलेज ऋषिकेश में इसलिए की गई थी कि यहां पर सीटों की संख्या बढ़ाई जाए परंतु सीटों की संख्या बढ़ने की बजाए घटाई जा रही है जो कि सही नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में छात्र -छात्राओं का अहित नहीं होना चाहिए।

इस दौरान कुलपति डॉ ध्यानी ने महाविद्यालय ऋषिकेश को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में विलय के विषय, जो शासन में लंबित है के बारे में बताया तो विधानसभा अध्यक्ष ने मौके पर ही सचिव उच्च शिक्षा आनंदवर्धन को शीघ्र समस्या के निवारण के संबंध में दूरभाष पर निर्देशित किया।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने परिसर में व्यवसायिक एवं रोजगार परक पाठ्यक्रम चलाए जाने के संबंध में भी कुलपति से वार्ता की। विधानसभा अध्यक्ष ने परिसर में परीक्षा नियंत्रण विभाग के संबंध में जानकारी ली जिस पर कुलपति ने कहा कि ऋषिकेश परिसर में परीक्षा नियंत्रण के संबंध में कैंप ऑफिस चलाकर छात्रों को सुविधा दी जा रही है।साथ ही विश्वविद्यालय को संपत्तियों के हस्तांतरण संबंधी विषयों पर भी वार्ता हुई।

कुलपति डॉ.पीतांबर प्रसाद ध्यानी ने बताया श्रीदेव सुमन विवि के अधीन ऋषिकेश और गोपेश्वर कैंपस सहित कुल 167 महाविद्यालय हैं। जिसमें 53 शासकीय और 114 निजी कॉलेज हैं।उन्होंने बताया कि परिसर महाविद्यालय में एक प्राचार्य 70 प्राध्यापक और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों सहित 124 पद स्वीकृत हैं, जिसमें महाविद्यालय में वर्तमान में तैनात स्टाफ का भी समायोजन किया जाना है।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कुलपति से पीजी कॉलेज ऋषिकेश परिसर में अभी तक स्वीकृत धनराशि से कैंपस में किए गए कार्यों की समीक्षा की।
जिस पर कुलपति ने बताया कि पहले चरण में महाविद्यालय की बाउंड्री वॉल के लिए तीन करोड़ 75 लाख रुपए की डीपीआर शासन को भेजी गई है। इसके अलावा कैंपस कॉलेज में प्रशासनिक भवन, ऑडिटोरियम, हॉस्टल तथा अन्य ढांचागत निर्माण किए जाने हैं। जिसके लिए ब्रिडकुल के माध्यम से 50 करोड़ रुपए की डीपीआर तैयार कर शासन को भेज दी गई है।

उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने कुलपति से कहा कि ऋषिकेश परिसर को यदि आदर्श कैंपस स्थापित करना है तो यहां पर सीटों की संख्या में बढ़ोतरी एवं व्यवसायिक पाठ्यक्रम शुरू कराए जाने आवश्यक है तभी जाकर इसका लाभ यहां की स्थानीय जनता सहित आसपास के छात्र छात्राओं को प्राप्त हो पाएगा।