राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय,मालदेवता (रायपुर) देहरादून , में नवीन शिक्षा नीति पर अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन
देहरादून/( संजय राजपूत )29 अगस्त 2020 को नई शिक्षा नीति के एक मास के पूर्ण होने पर *”एन ई पी: 2020 प्रोस्पेक्ट्स एंड चैलेंजेज इन हायर एजुकेशन”* के विषय पर वाणिज्य विभाग की डॉ ज्योति खरे , एसोसिएट प्रोफेसर, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मालदेवता (रायपुर)देहरादून तथा जीडीसी घाट, चमोली की असिस्टेंट प्रोफेसर राजनीति विज्ञान की डॉ मौमिता शर्मा, के संयुक्त तत्वाधान में एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। इस वेबीनार में प्रतिष्ठित विद्वानों द्वारा उच्च शिक्षा में नवीन शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न आयामों पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ वेबीनार की संयोजिका डॉ ज्योति खरे द्वारा अतिथियों के स्वागत एवं ईश वंदना के साथ किया गया। वेबीनार की मुख्य अतिथि एवं की-नोट स्पीकर , प्रोफेसर एमएसएम रावत , पूर्व कुलपति हे.न. ब. यूनिवर्सिटी, एवं वर्तमान में वह रूसा सलाहकार भी हैं, ने बताया कि नवीन शिक्षा नीति में शिक्षा स्तर के सभी स्तरों पर व्यापक सुधार हेतु प्रयास किया गया है । उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अहम बदलाव भावी भारत निर्माण में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करने जा रहा है। वैसे तो प्राइमरी से लेकर माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के अंतर्गत तकनीकी शिक्षा में महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। नवीन नीति के द्वारा गुणवत्तापूर्ण रोजगार मूलक शिक्षा पर विशेष जोर दिया गया है। टैक्सीला अमेरिकन विश्वविद्यालय, साउथ अमेरिका की प्रोफ़ेसर मेहनाज नाजमी ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि इस नवीन शिक्षा नीति से हमारे छात्र, महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता में अविश्वसनीय सुधार होगा। पसंदीदा विषयों का चुनाव करने की विशेषता के कारण छात्रों का बहुमुखी विकास भी संभव होगा, वह भी गुणवत्ता के साथ, केवल मात्रात्मक रूप में ही नहीं। तत्पश्चात जेएनयू की असिस्टेंट प्रोफेसर अनुजा ने कहा कि यह शिक्षा नीति समग्र विकास की अवधारणा पर बल देती है। निसंदेह हमारा भारत शिक्षा के नए प्रतिमानो को स्थापित करेगा। उच्च शिक्षा निदेशक प्रोफ़ेसर कुमकुम रौतेला ने आवाहन किया कि राज्य के सभी महाविद्यालय इस प्रकार की चर्चा परिचर्चा का आयोजन अवश्य करें, इससे समाज द्वारा सुझाए गए उपायों द्वारा उच्च शिक्षा को और अधिक समुन्नत किए जाने में सहायता मिलेगी। वेबीनार के सचिव डॉ. बी पी श्रीवास्तव, एसोसिएट प्रोफेसर,वाणिज्य विभाग, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर द्वारा प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए जिज्ञासाओं को स्पीकर्स के सम्मुख रखा गया एवं स्पीकर्स द्वारा उनका समाधान किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य, प्रोफेसर ने एस एस साहनी ने बताया कि नीतियां हमें मार्ग बताती है हमें तय करना होगा कि उच्च शिक्षा में सुधार के जो प्रयास सरकारों द्वारा किया जाता है, उसका क्रियान्वयन सही तरीके से हो। समाज का हर वर्ग अपना अप्रतिम सहयोग उन्नत समाज को अर्पित करें, इससे समग्र विकास में तीव्रता आएगी एवं हम अपने राष्ट्र निर्माण के दायित्वों को पूर्ण कर पाएंगे। अंत में, वेबीनार की कोऑर्डिनेटर डॉ मौमिताशर्मा द्वाराअतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया। इस अंतरराष्ट्रीय व्यापार में देश-विदेश के लगभग 500 प्रतिभागी पंजीकृत हुए।इस अंतरराष्ट्रीय वेबीनार को यूट्यूब पर भी लाइव प्रसारित किया गया। प्रतिभागियों के साथ साथ ऑर्गेनाइजिंग टीम के सभी सदस्य डॉ जी सी डंगवाल, डॉ परीक्षित काला, डॉ अफरोज इकबाल, वीके गुप्ता आदि उपस्थित रहे।