*परमार्थ गंगा तट पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हुई मां गंगा की आरती।*

ऋषिकेश दिनांक 20 जून 2021_
गंगा दशहरा के पावन अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज और मानस कथाकार मुरलीधर के पावन सान्निध्य में परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों और भक्तों ने मर्यादित संख्या में उपस्थित होकर सोशल डिसटेंसिंग का पालन करते हुये श्रद्धा से गंगा लहरी का पाठ के साथ माँ गंगा का अभिषेक तथा पूजन किया। ऋषिकुमारों और भक्तों ने मिलकर माँ गंगा की आरती की।
गंगा दशहरा के पावन अवसर पर मानस कथाकार मुरलीधर सपरिवार परमार्थ निकेतन पधारे। प्रतिवर्ष परमार्थ गंगा तट पर्यावरण को समर्पित श्री रामकथा का आयोजन किया जाता था, परन्तु कोविड-19 के कारण विगत दो वर्षो से यह सम्भव नहीं हो पाया।
गंगा दशहरा के पावन अवसर पर माँ गंगा के पावन तट से स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि आईये आज संकल्प लें अपनी नदियों और पर्यावरण को बचाने का। हम सब मिलकर धरती योग करें। धरती योग से योग बचेगा, यज्ञ बचेगा, ज्ञान बचेगा, विज्ञान बचेगा और कर्मकाण्ड भी बचेगा। धरती योग से हमारे चारों ओर हरियाली होगी जिससे हमारा ब्रह्माण्ड बचेगा। अपने ब्रह्माण्ड और अपनी धरती को सुरक्षित रखने के लिये अब योग के साथ धरती योग नितांत आवश्यक है।

मानस कथाकार मुरलीधर ने कहा कि प्रतिवर्ष एक माह की मानस कथा माँ गंगा के पावन तट पर होती थी और उस कथा के माध्यम से पर्यावरण और नदियों के संरक्षण का संकल्प लिया जाता था। आईये आज गंगा दशहरा के पावन अवसर पर संकल्प ले कि हमारा जीवन प्रकृति मय हो तथा प्रकृति और पर्यावरण को समर्पित हो।
आज परमार्थ गंगा आरती में सहभाग कर सभी ऋषिकुमार और भक्त अत्यंत उत्साहित थे। सभी ने श्रद्धापूर्वक माँ गंगा का पूजन और अभिषेक किया।