संस्कृत विभाग गुरुकुल विश्वविद्यालय के द्वारा आयोजित संस्कृत सप्ताह महोत्सव केपांचवे दिन आज अंतर्जालीय संगणक पर हुई कार्यशाला
हरिद्वार, (संजय राजपूत)। संस्कृत विभाग गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार द्वारा संस्कृत सप्ताह महोत्सव के अंतर्गत पांचवे दिन आज अंतर्जालीय संगणक विषयक कार्यशाला का आयोजन किया गया। आधुनिक संगणक युग में संस्कृत संगणक की भाषा कैसे बने? इस विषय पर विद्वानों ने विचार विमर्श किया। प्रथम वक्ता के रूप में दोआबा महाविद्यालय जालंधर के प्राचार्य प्रोफेसर नरेश धीमान ने कंप्यूटर हेतु संस्कृत कीबोर्ड निर्माण एवं प्रयोग विधि पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि संस्कृत संगणक की सर्वाधिक उपयोगी भाषा है। क्योंकि संस्कृत में जैसा बोला जाता है वैसा ही लिखा जाता है। इसी श्रृंखला में द्वितीय वक्ता दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल महाविद्यालय के डॉ० भूपेंद्र कुमार ने आधुनिक इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी एवं संस्कृत भाषा में संयुक्त रूप से हो रहे शोधकार्यों एवं अनुप्रयोगों की जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को संस्कृत अध्ययन में संगणक का प्रयोग करने की विधियों से अवगत कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रो० सोमदेव शतांशु ने की। विद्वानों का स्वागत प्राच्यविद्यासंकाय के अध्यक्ष प्रो० ब्रह्मदेव ने किया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ वीणा विश्नोई ने किया। इस अवसर पर प्रो० संगीता विद्यालंकार, डॉ मौहर सिंह मीणा, डॉ वेदव्रत, हेमन्त नेगी विभागीय शोधछात्र अवधेश, थवीर भोई, गौरव, राधा, प्रीति, नेहा आदि एवं देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के शताधिक प्राध्यापक तथा शोधछात्र उपस्थित रहे।