बिना नोटिस दिए मंदिर तोड़ देने का आदेश न्यायसंगत नही – हेमा भंडारी
हरिद्वार – आज आम आदमी पार्टी ने मंदिरो को तोड़े जाने का विरोध करते हुए बसंत विहार फेज 3 पहुँचकर वहां स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर पहुँच अपना विरोध दर्ज कर प्रसाशनिक अधिकारियों से मुलाकात की एवम जानकारी हासिल करते हुए स्थानीय नागरिकों की धार्मिक आस्था एवम भावनाओ के तहत कोई अन्य विकल्प निकालने पर चर्चा की गई।पार्टी की जिलाध्यक्ष हेमा भण्डारी ने वहाँ उपस्थित नागरिकों एवम मंदिर समिति के अध्यक्ष से वार्ता के बाद बताया कि मंदिर के निर्माण को 15 वर्ष से भी अधिक का समय हो चुका एवम क्षेत्र की जनता का इस मंदिर में आस्था और विश्वास है मंदिर में भंडारे एवम भजन कीर्तन करके क्षेत्रवासी पुण्य कमाते है। कोर्ट के आदेश पर बिना नोटिस दिए मंदिर तोड़ देने का आदेश न्यायसंगत नही है। कोर्ट एवम प्रसाशन को बिना विकल्प उपलब्ध कराए इस तरह की कार्यवाही नही करनी चाहिये। केवल मंदिरो को निशाना बनाया जा रहा है बीजेपी सरकार में समूचे उत्तराखंड में मंदिरो का चिन्ही करण कर उन्हें ध्वस्त करने का काम किया जा रहा है और राज्य एवम केंद्र में बैठी बीजेपी सरकार मूकदर्शक बन बैठी है। मंदिर का शिलान्यास स्वयं विधायक निधि से एवम विधायक की स्वीकृति से किया गया है। परंतु आज क्षेत्रवासियों को अपने विधायक की जरूरत थी तो विधायक द्वारा अपना फ़ोन बन्द कर दिया।जिला सचिव अनिल सती ने कहा कि आज तहसीलदार एवम सम्बंधित अधिकारियों से मुलाकात कर विस्तृत चर्चा हुई है । कोर्ट के आदेशानुसार मंदिर तोड़ने के आदेश प्राप्त हुए है ।हमारी प्रसाशन से मांग है कि क्षेत्रवासियों के धार्मिक भावनाओं एवम आस्था को ध्यान में रखकर कोई सकारात्मक रास्ता निकाला जाए। जैसा कि कोर्ट के आदेशानुसार जितने भी सरकारी जोहड़ों में अवैध धार्मिक स्थलों को तोड़ने का आदेश है तो उन जोहड़ों के सौन्दर्यकरण की भी कोई योजना है अथवा नही।रानीपुर मोड़ स्थित पुल से समीप आश्रम जो कि बीजेपी के कद्दावर मंत्री का है उसका एक बड़ा भाग में पूर्व में जोहड़ था। उसकी भी जांच होनी चाहिए। बीजेपी राज्य में पूरे देश मे धार्मिक संम्पतियो को निशाना बनाकर विशेष मनसा के तहत तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। बीजेपी की मनसा को अब जनता समझ चुकी है।