Wishing to All Happy Dhan Teras
धनतेरस को धन और आरोग्य के लिए भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। भगवान धन्वंतरि आरोग्य प्रदान करते हैं। अच्छा स्वास्थ्य सबसे बड़ा सुख है। यदि हम बीमारियों से दूर हैं तो यह समझ लेना चाहिए कि हम संसार के सुखी व्यक्ति हैं। इसलिए धन का संबंध यहां आरोग्य से किया गया।
आरोग्यता होगा तभी कोई व्यक्ति धन का भोग कर पाएगा। धन की तीन ही गति होती है उपभोग, दान और नाश। यदि हम धन का उपभोग नहीं करते और समय समय पर समुचित दान नहीं करते तो धन का नाश होना निश्चित है। आइये सुजीत जी महाराज से जानते हैं भगवान धन्वंतरि को बहुत ही सरल, सहज और भक्तिमय तरीके से कैसे प्रसन्न करें जिससे उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकें।
धनतेरस पर इस विधि से करें पूजा-
- सबसे पहले मिट्टी का हाथी बनाएंगे।
- अब भगवान धन्वंतरि का चित्र या मूर्ति स्थापित करेंगे। काठ के आसन पर लाल वस्त्र बिछाकर दोनों को स्थान देते हैं।
- अब नीचे कुश के आसन पर बैठकर पूजा करने के लिए बैठें। शुद्ध चांदी या ताम्र के आचमनी से तीन बार जल का आचमन करते हैं।
- श्री गणेश जी के पूजन से पूजा आरंभ करते हैं। अब सबको पुष्प चढ़ाते हैं।
- हाथ में अछत और पुष्प लेकर भगवान धन्वंतरि का ध्यान करते हैं।
- यदि आप किसी विशेष उद्देश्य से पूजा कर रहे हैं तो संकल्प भी कर सकते हैं।
याद रहे भगवान को विधि विधान से पंचामृत स्नान कराते हैं। वस्त्र धारण कराएंगे। रोली या चंदन से तिलक करेंगे।अब सम्पूर्ण पूजन करेंगे जिसमें फल, पान का पत्ता, चांदी और स्वर्ण के सिक्के इनको अर्पित करके चालीसा पढ़ेंगे। अंत में हवन करके आरती करेंगे।
भगवान धन्वंतरि से करें ये प्रार्थना
भगवान धन्वंतरि से दोनों हाथ जोड़कर यह प्रार्थना करें कि हे स्वास्थ्य के देवता, हे धन के देवता हमको निरोग कीजिये और धन प्रदान करिये और हमारे धन का व्यय रोग पर कदापि मत खर्च हो उतना हम किसी नेक कार्य या गरीबों में दान करेंगे। हे धन्वंतरि भगवान मैं आपके शरण में हूं ।
आप हमको आरोग्य दीजिये। श्री धन्वंतरि देवः शरणम मम्।।इस मंत्र को कम से कम 108 बार जपें। साथ में धन प्राप्ति की प्रार्थना भी करें। इसके साथ श्री सूक्त के ऋग्वैदिक श्री सूक्तं के 16 मंत्रों का जप करें इससे आपको बहुत से सरल विधि से धन और आरोग्य दोनों की प्राप्ति होगी।